हरियाणा में मुख्यमंत्री मनोहर लाल सरकार की नई कैबिनेट का विस्तार कल होने जा रहा है। नए मंत्री सुबह 11 बजे शपथ लेंगे। हालांकि अभी तक यह खुलासा नहीं हुआ है कि कैबिनेट में किसे जगह मिलेगी और उसे कौन-सा विभाग मिलेगा, लेकिन बताया जा रहा है कि सीएम और डिप्टी सीएम सब तय कर चुके हैं।
इन विभागों पर फंसा था पेंच, जो अब सुलझ गया
हालांकि विभाग मंत्रिमंडल विस्तार के बाद ही तय होंगे, लेकिन जजपा की ओर से भारी भरकम महकमों की डिमांड की गई थी। जिसमें वित्त, उद्योग, कृषि, टाउन एंड कंट्री प्लानिंग, आबकारी एवं कराधन विभाग पर जजपा का जोर था। इस मामले में दोनों नेताओं की बैठक के बाद सहमति बन गई है। दुष्यंत चौटाला को भी डिप्टी सीएम के नाते अहम विभाग दिए जाएंगे।
पहले विस्तार में आठ की उम्मीद
इस बार पहले विस्तार में बन सकते हैं आठ मंत्री। जिसमें से पांच भाजपा के दो जजपा के और एक निर्दलीय विधायक शामिल किया जा सकता है। मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री पहले ही शपथ ले चुके हैं। अब देखना यह होगा कि कौन-कौन से चेहरों को पहले विस्तार में स्थान मिलेगा।
हरियाणा सरकार में पहले थे 14 मंत्री
पिछली सरकार में 14 मंत्री बने थे। जिसमें से 8 केबिनेट और 6 राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार थे। पहले विस्तार में 12 मंत्री बने थे। बाद में दो मंत्री सरकार ने हटा कर चार अन्य मंत्रियों को शामिल किया था। घनश्याम सर्राफ और विक्रम ठेकेदार को सरकार ने हटाया था।
मंत्री कोई भी बने मिलकर करेंगे काम
निर्दलीय विधायक नयन पाल रावत ने दिल्ली में बैठक के बाद कहा कि आगे की रणनीति पर चर्चा हुई है। बैठक में निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू, रणधीर गोलन, धर्मपाल गोंदर व सोमवीर सांगवान भी मौजूद रहे। हम सभी पांचों विधायक भाजपा समर्थित हैं। हमारी भाजपा और मुख्यमंत्री में पूरी आस्था है। हमारा सहयोग पांच वर्ष तक बना रहेगा।
हम पांचों ने यह तय किया है कि मंत्री चाहे किसी को भी बनाया जाए, सभी मिलकर काम करेंगे। हमारे में से जिसे भी मंत्री बनाया जाएगा उसका स्वागत होगा। वहीं सरकार और निर्दलीय विधायकों के एक धड़े में इस बात को लेकर भी चर्चा है कि रणजीति सिंह भी देवीलाल परिवार से हैं और दुष्यंत चौटाला भी।
ऐसे में रणजीत सिंह को पद दिए जाने का मतलब यह होगा कि सभी अहम पद एक ही परिवार को चले जाएंगे। हालांकि सीएम मनोहर लाल इस बात के पक्षधर नहीं है, लेकिन अंतिम निर्णय क्या होगा यह विस्तार के समय ही पता चलेगा।